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Monday, April 21, 2025

अंगदान कर हम दे सकते हैं दूसरों को नई जिन्दगीः गोयल के.डी. मेडिकल कॉलेज में हुई अंगदान पर कार्यशाला

अंगदान कर हम दे सकते हैं दूसरों को नई जिन्दगीः गोयल के.डी. मेडिकल कॉलेज में हुई अंगदान पर कार्यशाला

मथुरा अभी न्यूज़ (गौरव चतुर्वेदी) दान का सभी धर्मों एवं सभ्यताओं में काफी महत्व है। श्रमदान और सम्पत्तिदान से लेकर विभिन्न प्रकार के दान संसार भर में प्रचलित हैं। चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान के लिए शरीर दान, किसी के जीवन रक्षा के लिए अंगों एवं ऊतकों का दान असाधारण काम है। यह बातें के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर द्वारा आयोजित अंगदान कार्यशाला में लाल गोयल अध्यक्ष, अंगदान इंडिया फाउंडेशन ने चिकित्सकों, चिकित्सा कर्मचारियों और मेडिकल छात्र-छात्राओं को बताईं।
श्री गोयल ने चिकित्सा के क्षेत्र में के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर द्वारा किए जा रहे सेवाभावी कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि हमारे देश में अंगदान के महत्व के प्रति लोगों में जागृति एवं समर्पण का अभाव है। जिस तरह हम रक्तदान कर किसी की जिन्दगी को बचाते हैं उसी तरह हम अंगदान के महान कार्य को अंजाम देकर भी किसी का जीवन बचा सकते हैं। मुख्य वक्ता श्री गोयल ने भारत में अंगदान की स्थिति के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।
श्री गोयल ने कहा कि हर मिनट एक व्यक्ति अंग के अभाव में मर रहा है। उन्होंने मेडिकल छात्र-छात्राओं से रोगी और उनके रिश्तेदारों को अंगदान के लिए प्रेरित करने की अपील की। श्री गोयल ने छात्र-छात्राओं द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब भी दिए। उन्होंने इस महत्वपूर्ण कार्यशाला के आयोजन के लिए आर.के. ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल और प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल की प्रशंसा करते हुए कहा कि के.डी. मेडिकल कॉलेज अंगदान जैसे महत्वपूर्ण विषय पर जनजागरूकता अभियान चलाकर समाज में नजीर स्थापित कर सकता है। कार्यशाला में डी.पी. शर्मा अध्यक्ष ऑर्गन डोनेशन इंडिया फाउंडेशन (नॉर्थ जोन) ने भी अंगदान को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए संस्थान के डीन और प्राचार्य डॉ. रामकुमार अशोका ने कहा कि अंगदान महादान है। अंगदान हमें मृत्यु के बाद कई जिन्दगियां बचाने का अवसर देता है। हृदय, फेफड़े, गुर्दे, यकृत, अग्नाशय एवं आंतें शरीर के संचालन में विशेष भूमिका निभाते हैं। वे रोगी जो अंग खराब होने के कारण अंग विफलता के अंतिम चरण में हैं, अंगदान उनके लिए उम्मीद की किरण है। डॉ. अशोका ने कहा कि हमें समाज में अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। डॉ. अशोका ने कहा कि आज की कार्यशाला अंगदान की दिशा में कुछ विशेष करने का प्रारम्भिक कदम है। उन्होंने अंगदान पर बहुमूल्य जानकारी देने के लिए अंगदान इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष लाल गोयल का आभार माना।
चित्र कैप्शनः के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर द्वारा आयोजित अंगदान कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए अंगदान इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष लाल गोयल।

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