भारत को अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर एक बड़ी सफलता मिली है
जी हाँ, आपको बता दे की ब्रिटेन को पछाड़कर भारत अब दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है |
आपको बता दे की ब्रिटेन पांचवें पायदान से फिसलकर अब छठे नंबर पर पहुंच गया है क्यूंकि ब्रिटेन इस वक्त जीवन-यापन की लागत बढ़ने की वजह से मुश्किल दौर से गुजर रहा है | अब ऐसे में उसका छठे नंबर पर फिसलना वहां कि सरकार के लिए बड़ा झटका है | कभी ब्रिटिश उपनिवेश रहा भारत 2021 के आखिरी तीन महीनों में ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है |
यह गणना अमेरिकी डॉलर के आधार पर की गई है | इसके अलावा अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष के आंकड़े अनुसार, जीडीपी के आंकड़ों के आधार पर भारत ने पहली तिमाही में अपनी बढ़त और मजबूत कर ली है |
दरअसल इस आर्थिक मोर्चे पर ब्रिटेन का फिसलना वहां की आने वाली नई सरकार के लिए जोरदार झटका होगा | ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी के सदस्य जल्द ही प्रधानमंत्री चुनेंगे | ऐसे में नई सरकार के लिए महंगाई और सुस्त अर्थव्यवस्था सबसे बड़ी चुनौती होगी | दूसरी तरफ एक्सपर्ट्स का मानना है कि मौजूदा वित्त वर्ष में भारतीय इकोनॉमी की विकास दर 7 फीसदी से अधिक रह सकती है |
इतना ही नहीं अगर भारत और ब्रिटेन की इकोनॉमी को डॉलर में देखें तो आईएमएफ के आंकड़ों के अनुसार मार्च की तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था 854.7 अरब डॉलर थी | वहीं ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 816 अरब डॉलर थी |
आंकड़े बता रहे हैं कि भले ही दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाएं मंदी और महंगाई की मार से परेशान हों लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था तमाम चुनौतियों के बाद भी तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही है जिसकी वजह मौजूदा सरकार है |
सूचना के लिए आपको यह भी बता दें कि पिछले साल की चौथी तिमाही में भारत का सकल घरेलू उत्पाद 4.1 फीसदी की दर से बढ़ा था | पूरे पिछले साल की बात करें तो 2021-22 के दौरान जीडीपी की ग्रोथ रेट 8.7 फीसदी रही थी | नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस के आंकड़ों के अनुसार जून 2022 तिमाही में भारतीय इकोनॉमी की ग्रोथ रेट 13.5 फीसदी रही |
जिसके कारण ही भारत एक बार फिर दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना है |