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Thursday, November 28, 2024

केडी हॉस्पिटल की विशेषज्ञ महिला चिकित्सकों द्वारा गर्भवती महिला का पहला प्रसव ऑपरेशन से होने के बाद भी दूसरा प्रसव नॉर्मल डिलीवरी से कराकर किया गया कमाल

केडी हॉस्पिटल की विशेषज्ञ महिला चिकित्सकों द्वारा गर्भवती महिला का पहला प्रसव ऑपरेशन से होने के बाद भी दूसरा प्रसव नॉर्मल डिलीवरी से कराकर किया गया कमाल

मथुरा — के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. पारुल गर्ग, डॉ. विशी अग्रवाल और डॉ. श्वेता गुप्ता की सूझबूझ से गांव बराना, कोसीकलां मथुरा निवासी दुर्गेश (28) पत्नी सुबोध कांत ने बिना ऑपरेशन नॉर्मल तरीके से तीन किलो 200 ग्राम के शिशु को जन्म दिया है। दरअसल, दुर्गेश के पहली संतति ऑपरेशन से हुई थी, ऐसे में दूसरा प्रसव नॉर्मल तरीके से कराया जाना मेडिकल क्षेत्र में रेयर केस है। फिलहाल जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।

केडी हॉस्पिटल की विशेषज्ञ महिला चिकित्सकों द्वारा गर्भवती महिला का पहला प्रसव ऑपरेशन से होने के बाद भी दूसरा प्रसव नॉर्मल डिलीवरी से कराकर किया गया कमाल
केडी हॉस्पिटल की विशेषज्ञ महिला चिकित्सकों द्वारा गर्भवती महिला का पहला प्रसव ऑपरेशन से होने के बाद भी दूसरा प्रसव नॉर्मल डिलीवरी से कराकर किया गया कमाल

गौरतलब है कि विगत दिवस गांव बराना, कोसीकलां मथुरा निवासी दुर्गेश को प्रसव पीड़ा होने पर उसके परिजन के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर लाए थे। यहां चिकित्सकों को बताया गया कि उसे पहली डिलीवरी ऑपरेशन से हुई है। प्रायः इस तरह के मामलों में दूसरा प्रसव भी ऑपरेशन से ही कराने की सलाह दी जाती है। लेकिन इस मामले में विभागाध्यक्ष स्त्री रोग डॉ. पारुल गर्ग, डॉ. विशी अग्रवाल तथा डॉ. श्वेता गुप्ता ने नॉर्मल तरीके से प्रसव कराने का न केवल मन बनाया बल्कि उसे कोई 14 घंटे सघन निगरानी में रखते हुए शाम को नॉर्मल डिलीवरी कराने में सफलता हासिल की। 

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डॉ. पारुल गर्ग का कहना है कि पहली संतान ऑपरेशन से होने के बाद दूसरा प्रसव नॉर्मल तरीके से कराने में बहुत रिस्क होता है लिहाजा अधिकांश चिकित्सक ऑपरेशन को ही महत्व देते हैं। इस मामले में मुझे लगा कि चूंकि महिला स्वस्थ है तथा के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर में हर तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं और विशेषज्ञ चिकित्सक हैं लिहाजा मैंने, डॉ. विशी और डॉ. श्वेता ने नॉर्मल तरीके से प्रसव कराने की कोशिश की और सफलता भी मिली।

डॉ. पारुल का कहना है कि जिन महिलाओं के पूर्व में ऑपरेशन से बच्चे हुए हैं उन्हें यह बात दिमाग से निकाल देनी चाहिए कि अगला बच्चा भी ऑपरेशन से ही होगा। के.डी. हॉस्पिटल में अत्याधुनिक सुविधाएं और विशेषज्ञ महिला चिकित्सकों की टीम होने से यहां हर प्रसव सामान्य तरीके से कराया जा सकता है। इस मामले में दुर्गेश का कहना है कि मैं डरी हुई थी कि मुझे फिर ऑपरेशन का सामना करना होगा लेकिन के.डी. हॉस्पिटल की चिकित्सकों डॉ. पारुल गर्ग, डॉ. विशी अग्रवाल और डॉ. श्वेता गुप्ता ने ढांढस बंधाया कि सबकुछ सही होगा और मेरे साथ ऐसा ही हुआ।   

आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, डीन डॉ. आर.के. अशोका तथा चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार ने डॉ. पारुल गर्ग, डॉ. विशी अग्रवाल और डॉ. श्वेता गुप्ता की सूझबूझ की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई दी है।

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