जाने आखिर क्यों हो रहा है श्री राधा रानी जी के नाम का अपमान?
जाने आखिर क्यों हो रहा है श्री राधा रानी जी के नाम का अपमान:AbhiNews के इस लेख के जरिये जाने इस विषय में सबकुछ विस्तार से |
कई बार जाने-अनजाने में हम लोगों के द्वारा शास्त्र की मर्यादाओं का उल्लंघन तो किया ही जाता है साथ ही कई बार इस बदलते युग की चकाचौंध में भगवान के नाम की मान्यता को भी नकार दिया जाता है।
आपने भारतीय झंडे के उपयोग की नियमावली के बारे में तो सुना ही होगा |भारतीय ध्वज हमारे देश के संविधान और राष्ट्र का आदर्श प्रतीत है और इस के अपमान को राष्ट्र सम्मान का अपमान समझा जाता है इसलिए इसके प्रयोग के लिए नियमावली और निर्देश तैयार किए गए हैं |
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इसी तरह अन्य धर्मों में अपने देवी-देवता, मत और विचारों के सम्मान के लिए अलग-अलग मान्यताएं हैं | हिंदू शास्त्रों में देवी-देवताओं के सम्मान और पूजा-पाठ के लिए विशेष विधि का वर्णन किया गया है लेकिन इन दिनों अपने व्यवसाय के लाभ के चलते भगवान के नाम की मर्यादाओं को ताक पर रखकर जमकर अपमानित किया जा रहा है |
जाने और समझे क्यों हो रहा है श्री राधा रानी जी के नाम का अपमान?
आइए आपको हैं कि भगवान का वह नाम जो हिंदू मान्यताओं के अनुसार जीवन को सार्थक बनाने हेतु मोक्ष अंतःकरण की पवित्रता और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का प्रचार करता है |
उस नाम को यदि व्यवसाय के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु महज एक सजावट की वस्तु बना दिया जाए तो आप क्या कहेंगे |
इन दिनों भगवान के नाम के छाप लगे हुए कुर्ते टी-शर्ट आदि परिधान चलन में है |ब्रज नगरी व धार्मिक क्षेत्र मे आने पर आदमी जहां पहले कुर्ता पाजामा पहना करता था आज भगवान के प्रिंटेड नाम वाली टीशर्ट और कुर्तों को पहनकर अपने आप को आध्यात्मिक और धार्मिक समझने का प्रयास करता है |
लेकिन भगवान के नाम को यदि एक सजावट की सामग्री बनाकर उसकी मर्यादाओं का उल्लंघन किया जाए तो ये बात एक भक्त व शास्त्र अनुसार समझ रखने वाले व्यक्ति को रास नहीं आएगी।
ओम नमः शिवाय, जय महाकाल, हरे कृष्णा महामंत्र, श्री कृष्ण और राधा व देवी दुर्गा जैसे पवित्र हिंदू देवी देवताओं के नाम इन दिनों व्यवसायिक लाभ हेतु टी-शर्ट कुर्तों पर प्रिंट किए जा रहे हैं ।जिसके चलते इस नाम की मर्यादा का उल्लंघन हो रहा है।
श्री कृष्ण के प्रिय ब्रज और श्री धाम वृंदावन में ये नजारा रोज देखने को मिलता है |जब कभी भी आप राधे-राधे की टीशर्ट या कुर्ते को पहने किसी शख्स को देखते हैं तो उस शख्स के कंधे से टपकने वाले पसीने की ओर नजर जरूर घुमाएं |
आप देखेंगे कि भगवान का वह पवित्र नाम उस व्यक्ति के अंडर आर्म से निकल रहे पसीने से तरोतर हो रहा होता है| इतना ही नही जब राधे-राधे से प्रिंटेड कुर्ता को कमर से नीचे लटका कर व्यक्ति बैठता है तो स्वत ही वह नाम व्यक्ति के पृष्ठ भाग द्वारा दब जाता है।
भगवान श्री कृष्ण जिन राधा रानी के चरण सेवा करते है |उन आराध्य मां राधा रानी जी के नाम को अपमानित किया जा रहा है । ग्राहकों को आकर्षित करने हेतु भगवान के नाम का उपयोग इन व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के द्वारा सस्ते कपड़ों पर किया जाता है जिसके चलते एक-दो बार पहनने पर भगवान के नाम की प्रिंटेड टी-शर्ट कुर्ता फट जाते हैं और कई बार बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की गाड़ियों में उन फटे हुए कुर्ते और टीशर्ट को गाड़ी पोछने के कपड़े के रूप में उपयोग होते हुए आप आसानी से देख सकते है |
हमारे भारत में पहनने वाले कपड़े फट जाने पर वस्तुओं की साफ सफाई के लिए उपयोग किए जाते हैं और इस तरह भगवान के नाम के अपमान का दूसरा चरण शुरू हो जाता है ।
कहते हैं राधा नाम अपार परम धन राधा नाम अपार
भगवान के नाम की अपमानित होने सम्बन्धी ये कहानी कई भक्तों व संतो के द्वारा हमे बताई गई जिससे हम इसे एक लेख के जरिये आपके सामने ला सके और जाने अनजाने में ग्राहक और श्रद्धालुओं से हो रही गलती और व्यवसाययिक उद्देश्यों हेतु प्रतिष्ठानों के द्वारा उपयोग किए जा रहे भगवान के परम पवित्र नामों के दुरुपयोग पर लगाम लगाने हेतु अपना थोडा सा सहयोग प्रदान कर सके |
आशा करते हैं इस लेख को पढ़ रहे प्रत्येक व्यक्ति को भगवान के पवित्र नाम या अपमान का यह संदेश समझ आया होगा और इस व्यवसाय में संलग्न व्यवसायी भी कमाई की अंधी दौड़ में भगवान के अपमानित हो रहे इस नाम के बारे में थोड़ी सजगता जरूर बरतगे।
लेखन — तरुण शर्मा