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Saturday, April 12, 2025

आप सभी अभी से हो जाये इंस्टेंट लोन देने वाली कंपनियों से सावधान

आप सभी अभी से हो जाये इंस्टेंट लोन देने वाली कंपनियों से सावधान

आप सभी अभी से हो जाये इंस्टेंट लोन देने वाली कंपनियों से सावधान:AbhiNews के इस लेख के अंतर्गत जाने कैसे ये लोन कंपनी लोगो को लगा रही है चुना |

आप सभी अभी से हो जाये इंस्टेंट लोन देने वाली कंपनियों से सावधान
आप सभी अभी से हो जाये इंस्टेंट लोन देने वाली कंपनियों से सावधान

जाने आपको क्यों जरुरत है इंस्टेंट लोन देने वाली कंपनियों से सावधान रहने की?

हमारे देश में कोरोना के बाद बिगड़ते आर्थिक हालातों में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करने की जरूरत महसूस होती है जिसके चलते कुछ लोग बैंकों के द्वारा दिए जाने वाले लोन को अपनी वित्तीय स्थिति के सुधार का माध्यम बनाते हैं |

व्यवसाय की वर्किंग कैपिटल और तमाम आर्थिक मैनेजमेंट को सुचारू रूप से चलाने हेतु व्यवसायी और आम आदमी अपने पर्सनल जीवन में आने वाली जरूरतों को पूर्ण करने हेतु कहीं ना कहीं आर्थिक सहायता के रूप में लोन की ओर देखते है |

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लेकिन तमाम कानूनी झंझट और पेपर वर्क से बचने के चक्कर में कई बार व्यक्ति जल्दी से इंस्टेंट लोन देने वाली फ्रॉड और ब्लैकमेल कंपनियों के चक्कर में फस जाता है इन दिनों सोशल नेटवर्किंग साइट पर तमाम ऐसे एप्लीकेशन चल रहे हैं जो आपको बिना किसी पेपर वर्क के इंस्टेंट लोन देने के लिए तैयार हो जाएंगे |

इसी लालच के चक्कर में हो सकता है कि आपके फोन का सिक्योर डाटा किसी लोन देने वाली स्मार्ट कंपनी के द्वारा हैक कर लिया जाये और इतना ही नहीं आपके मोबाइल फोन में मौजूद आपके उस पर्सनल डाटा को उस फर्जी लोन देने वाली कंपनी द्वारा दुरुपयोग करने के साथ आपको ब्लैकमेल करके लाखों की चपत लगा दी जाये |

जी हां यहां पर हम आपको कोई मनगढ़ंत कहानी नहीं बता रहे हैं |यदि आप स्वयं किसी ऐसे एप्लीकेशन या कंपनी के चक्कर में है जो बिना झंझट और पेपर वर्क के बिना आपको इंस्टेंट लोन दे रही है और आपके मोबाइल में इस तरह की कोई एप्लीकेशन इंस्टॉल है तो तुरंत सावधान हो जाइए आप लाखों की ठगी के शिकार हो सकते हैं |

जाने क्यों पुलिस द्वारा लगातार किया जा रहा लोगो को इंस्टेंट लोन देने वाली कंपनियों से सावधान?

दिल्ली की आउटर नॉर्थ जिले की साइबर सेल ने इन दिनों इसी तरह के अपराध में जुटे अपराधियों का पर्दाफाश किया है।डीसीपी बृजेंद्र ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि नरेला निवासी पीड़ित हिमांशु गोयल ने एक शिकायत दर्ज कराई है कि उसके द्वारा फेसबुक पेज पर एक आसानी से लोन देने वाली कंपनी का आकर्षक विज्ञापन देखकर मोबाइल में ऑन स्ट्रीमिंग नामक एक एप्लीकेशन को इंस्टॉल कर लिया गया |

उसके बाद जब हिमांशु ने 50000 लोन के लिए दिखाये जा रहे आकर्षक विज्ञापन के आधार पर ऐप को इंस्टॉल किया तो एप के द्वारा मात्र 6870 रुपए का ही लोन उसे दिया गया |

इसके साथ ही एप्लीकेशन ने कनेक्ट परमिशन कर-करके हिमांशु के मोबाइल पर कॉल मैसेज और आपत्तिजनक फोटो भेज कर उसको ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और इस तरह की ब्लैक मेलिंग के द्वारा हिमांशु से ₹100000 की अवैध वसूली की गई |

जब साइबर सेल ने जब इस मामले को खंगालना शुरू किया तो उसके सामने इस ठगी करने वाले पूरे रैकेट का पर्दाफाश हुआ जिसमें पुलिस ने चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करके इस रैकेट में शामिल 150 लोगों को धारा 41.1(ए) के तहत नोटिस भेजा है |

साथ ही पुलिस ने लगभग 150 हार्ड डिक्स 3 लैपटॉप व 100 से कहीं ज्यादा की पैड फोन, 3 स्मार्टफोन, 4 डी.वी.आर. आदि बरामद किए हैं।

 जाने कैसे दिल्ली पुलिस द्वारा किया गया इन शातिर बदमाशों का पर्दाफाश?

हिमांशु को जब इन बदमाशों के द्वारा ब्लैकमेल करके जबरन उगाही का कार्य किया जा रहा था तब हिमांशु द्वारा पुलिस को शिकायत करने का मन बनाया गया जिसके चलते साइबर अपराध की जांच टीम ने ब्लैकमेलिंग और धमकी भरे फोनों की लोकेशन की जांच करना शुरू किया |

साइबर सेल थाने के एसएचओ रमन सिंह ने बताया कि उनकी टीम ने जब धमकी भरे फोन कॉल की टेक्निकल जांच करके उन्हें सर्विलांस किया तो उन्हें कुछ संदिग्ध लोकेशन की जानकारी लगी |

रामफल चौक द्वारिका के पास से ट्रेस हुई फोन लोकेशन की सूचना के अनुसार पुलिस ने कार्यवाही करते हुए द्वारिका सेक्टर-7 की एक इमारत की पहली, तीसरी और चौथी इमारत पर छापा मारा तो वहां पर चल रही कॉल सेंटर से 134 टेलीकॉलर महिला 15 पुरुष एवं 03 टीम लीडर की जानकारी प्राप्त हुई |

यह कॉल सेंटर फ्लाई हाई ग्लोबल सर्विसेज एंड टेक्नलॉजी के नाम पर काफी समय से चल रहा था।द्वारका सेक्टर 3 निवासी अनिल कुमार बड़े ही चालाकी भरे और 7 तरीको से इस कॉल सेंटर का संचालन कर रहा था |

जांच में हुए खुलासे के अनुसार मास्टरमाइंड अनिल के द्वारा सिलपानी इंटरनैशनल नाम की एक फर्म बनाकर 300 के लगभग सिम कार्ड जारी कराए गए और जारी कराए 100 के लगभग सिम कार्डों का उपयोग करके लोन लेने वाले अन्य लोगों को धमकी भरे कॉल किए जाते थे |

इन सिम कार्डों में से लगभग 200 सिम कार्ड को बंद कर दिया गया है इस पूरे गैंग के द्वारा चीनी ऐप कंपनियों से सांठगांठ करके लोगों के साथ इंस्टेंट लोन के नाम पर की जा रही इस अवैध वसूली को अंजाम दिया जा रहा था |

साइबर टीम व पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी मामले की जांच चल रही है लेकिन लोगों से ये अपील की जाती है कि इस तरह के लुभावने विज्ञापन और इंस्टेंट लोन देने वाले चीनी अफवाह बदमाश गिरोह से सजग होकर रहे |इस प्रकार की किसी गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दे | ‌

संवादाता :तरुण शर्मा (नई दिल्ली)

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