संस्कृति विवि के शिक्षक सैंकड़ों विद्यार्थियों और आमजन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्सव के उपलक्ष्य में किया गया योगाभ्यास
संस्कृति विवि के शिक्षक सैंकड़ों विद्यार्थियों और आमजन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्सव के उपलक्ष्य में किया गया योगाभ्यास: अमृत योग सप्ताह के आखिरी दिन हुआ भव्य उत्सव |
संस्कृति विवि मुख्य मैदान में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्सव के दौरान विद्यार्थी, और आमजन द्वारा योगाभ्यास किया गया
मथुरा: संस्कृति विवि के शिक्षक सैंकड़ों विद्यार्थियों और आमजन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्सव के उपलक्ष्य में किया गया योगाभ्यास |अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के दिन संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा मनाए जा रहे अमृत योग सप्ताह का भी आखिरी दिन था |
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्सव के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय के मुख्य मैदान में आयोजित अमृत योग सप्ताह के योग उत्सव के लिए सैंकड़ों विद्यार्थियों, शिक्षकों और आम लोगों द्वारा बढ़चढ़ कर योगाभ्यास किया गया ।
इस अनूठे आयोजन के अंतर्गत 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के दिन सुबह 7 बजे से ही संस्कृति आयुर्वेद के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों ने पूर्ण विधिवत तरीके से वहां मौजूद सभी लोगो को योगासन से जुड़े कई प्रकार के आसन और प्राणायाम कराये ।
इसके लिए मंगलवार 21 जून को सुबह सात बजे के पहले ही संस्कृति विवि के मुख्य मैदान में विद्यार्थी और शिक्षकों के संग आमजन भी जुटने लगे थे । सबसे पहले योग प्रशिक्षक सुरेंद्र योगी द्वारा मंच पर आकर जीवन में योग के महत्व और इससे जुड़ी पयोगिता के बारे में जानकारी दी गई ।
इसी दौरान विश्वविद्यालय के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में दिए गए उद्बोधन का सजीव प्रसारण भी योगाभ्यास करने आए विद्यार्थियों, शिक्षकों और आमजन को सुनाया गया।
तत्पश्चात योगी सुरेंद्र और उनके सहयोगियों के द्वारा वहां मौजूद सभी लोगो को सूक्ष्म व्यायाम, आसन और प्राणायाम कराया गया जो लगभग 40 मिनट तक चला। मैदान में मौजूद सभी लोगो द्वारा योग प्रशिक्षक के सुझाव पर प्रतिदिन योगाभ्यास करने का संकल्प भी लिया गया |
इस योग उत्सव का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि संस्कृति विश्वविद्यालय के चांसलर सचिन गुप्ता द्वारा बताया गया कि “जैसा कि हमारे प्रधानमंत्री द्वारा बोला गया है कि योग हमारे जीवन का हिस्सा नहीं बल्की जीवन जीने का एक तरीका है। योग से मात्र शरीर ही नहीं बल्कि हमारा मन स्वस्थ रहता है। इसके महत्व को सम्पूर्ण विश्व द्वारा स्वीकार किया गया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी की पहल पर ही पूरे विश्व में आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है।”
चांसलर गुप्ता ने ये भी कहा कि “कोरोना काल में योग का महत्व और ज्यादा उभर कर सबके सामने आया है । आज सबके द्वारा बीमारी से बचने और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए इसे अपनाया गया है।” उनके द्वारा इस अवसर पर सभी को आठवें विश्व योग दिवस की बधाई भी दी गई |
इस उपलक्ष्य में संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. सुजित दलाई द्वारा कहा गया कि “अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में संस्कृति विवि अमृत योग सप्ताह ध्येय वाक्य ‘मानवता के लिए योग’ को लेकर 14 जून से मना रहा है, जो आज के दिन इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्सव के साथ पूर्ण हो रहा है।”
डा. तन्मय गोस्वामी द्वारा कहा गया कि “योग एक ऐसी आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिसमे हमारे शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने का कार्य होता है। इस विद्या के जनक हमारे भारत देश के ऋषि-मुनि ही हैं।” इस योग उत्सव के दौरान भारतीय जनता पार्टी की जिला अध्यक्ष श्रीमती मधु शर्मा भी वहां उपस्थित थी |