देखे और जाने कैसे भारतीय योग विद्या की अलख लगातार जगा रहा है संस्कृति विश्वविद्यालय
भारतीय योग विद्या की अलख लगातार जगा रहा है संस्कृति विश्वविद्यालय जिसकी झलक मिली सरस्वती विद्या मंदिर कोसी में देखकर जहाँ संस्कृति विवि के योग प्रशिक्षक द्वारा योग का प्रशिक्षण दिया गया
संस्कृति विवि में अमृत योग सप्ताह के दौरान विद्यार्थियों को योग से जुड़ा प्रशिक्षण प्रदान करते देते संस्कृति विवि के योग प्रशिक्षक
संस्कृति विश्वविद्यालय मथुरा द्वारा लगातार भारतीय योग विद्या के जनजागरण से जुड़ा अभियान चलाया जा रहा है। विवि के योगाचार्यों द्वारा विवि परिसर और इसके दूर-दराज स्थित विद्यालयों और समाजिक केंद्रों पर भी लगातार योग शिविर का आयोजन कराया जा रहा है। इस कार्य में संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एवं अस्पताल से जुड़ी टीम अपने पूरे जोश के साथ इस अभियान को सफल बनाने के लिए लगातार मेहनत कर रही हैं।
चित्र परिचय- मल्टीनेशनल कंपनी वेल्युसेंट में नौकरी पाने वाले संस्कृति विवि के विद्यार्थी
संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एंड अस्पताल के प्रिंसिपल डा. सुजित कुमार दलाई द्वारा दी गई जानकारी में बताया कि “21 जून को होने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में संस्कृति विवि द्वारा अमृत योग सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है जिसका शुभारंभ 14 जून से किया गया था और 21 जून अतंर्राष्ट्रीय योग दिवस के दिन पर पूर्ण हो जायेंगा । इस दौरान संस्कृति विश्वविद्यालय की टीमों द्वारा लगातार विद्यालयों, सामुदायिक केंद्रों और संस्कृति विवि के परिसरों में योग अभ्यास का आयोजन किया जा रहा है | इस योगाभ्यास में सभी जगह बड़ी संख्या में विद्यार्थी और स्थानीय लोग द्वारा भाग लिया जा रहा हैं। संस्कृति विवि के इस अभियान की प्रशंसा स्वरूप विद्यालयों द्वारा सराहना पत्र भी दिए जा रहे हैं।“
इस अमृत योग सप्ताह के आयोजन के उपलक्ष्य में संस्कृति विवि के कुलपति डा. तन्मय गोस्वामी द्वारा भी अपने विचार रखते हुए कहा गया कि “भारतीय योग लोगो को खुशहाल और स्वस्थ जीवन शैली प्रदान करता है। भारतीय योग कला हमारे देश के ऋषि-मुनियों की हजारों वर्षो की तपस्या का फल है। निरोगी शरीर हमेशा ही उत्तम जीवन व्यतीत करता है और योग के जरिये मनुष्य अपने शरीर को निरोगी रख सकता है। ये बात आज सम्पूर्ण विश्व द्वारा मानी जाती है इसलिए आज सम्पूर्ण विश्व योग कर रहा है। आयुर्वेदिक चिकित्सा में योग एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और उसका अभिन्न अंग है। संस्कृति मेडिकल कालेज में इतनी बड़ी संख्या में योग प्रशिक्षकों की नियुक्ति से ये बात प्रमाणित होती है कि विवि योग प्रशिक्षण के लिए कितना गंभीरतापूर्वक सोचता है |”
डा. दलाई द्वारा ये भी बताया गया कि “अमृत योग सप्ताह के अंतर्गत संस्कृति विवि से जुड़े शिक्षक सुरेंद्र योगी, डा. असीम एम.के., डा. सीथू संतोष, डा. जया गुप्ता, बैचलर आफ नेचुरोपैथी एंड योगा साइंसेज के विद्यार्थी टीकाराम, पूनम, गौतम, नीलम, रूपाली, लव दीक्षित, प्रतिभा, जेना एश्वर्या, इंद्रकांत, आयुर्वेद मेडिकल कालेज के विद्यार्थी माधव, पूजा यादव, सोनाली स्वराज, खुश त्रिपाठी विवि द्वारा आयोजित इस “अमृत योग सप्ताह” के अंतर्गत लगाई जा रही प्रशिक्षण कक्षाओं में लगातार योगाभ्यास करा रहे हैं।“