New startups will start in Sanskriti University with the help of Government of India
भारत सरकार के साइंस एंड टेक्नोलाजी विभाग द्वारा संस्कृति टेक्नोलाजी इंक्युबेशन फाउंडेशन को स्टार्टअप के लिए लगभग पांच करोड़ रुपये देना स्वीकृत किया है। भारत सरकार ने ये अनुदानित राशि संस्कृति विवि के इंक्युबेशन फाउंडेशन को 15-45 स्टार्टअप को देने के लिए अधिकृत किया है।
संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.एमबी चेट्टी ने बताया कि संस्कृति विश्वविद्यालय के सहयोग से पहले से 10 स्टार्टअप संचालित हैं। हर्ष का विषय है कि भारत सरकार के साइंस एंड टेक्नोलाजी विभाग द्वारा संस्कृति विश्वविद्यालय को 45 स्टार्टअप शुरू करने के लिए अधिकृत किया है। उन्होंने बताया कि साइंस एंड टेक्नोलाजी विभाग के द्वारा स्टार्टअप के लिए सेटअप बनाने के लिए पौने चार करोड़ का अनुदान दिया जाएगा वहीं बाकी की धनराशि संस्कृति विवि द्वारा दी जाएगी। प्रो. चेट्टी ने बताया ये सभी स्टार्टअप एग्रीकल्चर और बायो टेक्नालाजी से जुड़े होंगे। स्टार्टअप के लिए प्रपोजल कोई भी दे सकता है। इन सभी प्रपोजल को एक कमेटी के द्वारा जांचा जाएगा। यही कमेटी तय करेगी कि किस स्टार्टअप को शुरू किया जा सकता है। स्टार्टअप के लिए दिए जाने वाले आइडिया टेक्नालाजी, सोशल इम्पैक्ट वाले बिजनेज माडल के साथ प्रस्तुत किए जाएंगे। स्टार्टअप के लिए प्रस्ताव इनोवेटिव आइडिया वाले प्रोटोटाइप डवलपर के साथ होंगे।
कुलपति प्रो.चेट्टी ने बताया कि तीन साल में 15 से 45 स्टार्टअप संस्कृति टेक्नालाजी इंक्युबेशन फाउंडेशन के द्वारा शुरू किए जाएंगे। संस्कृति विश्वविद्यालय की सोच है कि भारत सरकार की भविष्य की योजनाओं को जल्द से जल्द मूर्त रूप देने में आगे बढ़कर अपनी भागीदारी की जाए। उन्होंने कहा कि जब तक देश के युवा या अन्य बौद्धिक नागरिक कुछ नया करने की नहीं सोचेंगे तब तक देश उद्दम के क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ सकता। नए-नए आइडिया तो लोगों के पास रहते हैं लेकिन सही दिशा और सहायता न मिलने के कारण वे निष्फल हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में सरकार के सहयोग से संस्कृति विवि इसी कमी को दूर करने में जुटा है।