शहर के होली गेट गुरुद्वारे पर गुरु गोविंद सिंह के दो शहजादों का सिख समुदाय ने मनाया बलिदान दिवस कैबिनेट मंत्री ने शहादत को किया नमन
गुरुवार के दोपहर 1:00 बजे शहर के होली के स्थित गुरुद्वारा पर गुरु गोविंद सिंह के दो शहजादों की शहादत को नमन किया गया इस मौके पर कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने गुरुद्वारे पर पहुंचकर शहीदों को शहादत पर नमन किया कहा कि गुरु गोविंद सिंह के चार बेटे थे अजीत सिंह जोहर सिंह जोरावर सिंह और फतेह सिंह दो बेटों को सेनापति वजीर खान ने दीवार में जिंदा चिनवा दिया था मुगल शासको ने देश पर खूब अत्याचार किया । गुरु गोविंद सिंह के बेटों ने अपने धर्म की रक्षा के लिए जहां प्रान नोछावर कर दिए। सरहिंद के नवाब वजीर खान ने दोनों सहजादों को खुले आसमान के नीचे कैद कर दिया था और नवाब ने दोनों सहजादों से इस्लाम धर्म कबूल करने की मांग की लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। माता गुजरी को सरहद के किले के बोर्ड से गिरा कर शहीद कर दिया गया था गुरु गोविंद सिंह के रसोईया गूंगे ने इनाम के लालच में धोखा दिया और उनकी मुखबारी करके मासूमों को मौत के मुंह में धकेल दिया था। इन शहजादों ने धर्म के महान सिद्धांत से विचलित होने के बदले मृत्यु को प्राथमिकता दी दो बेटों की शहादत को आज पूरा सिख समुदाय नमन कर रहा है यह घटना 26 दिसंबर 1705 को हुई थी इन शहीदों की याद में हर साल 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाया जाता है जहां कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने श्रद्धा भाव के साथ शहीदी दिवस में भाग लिया और नमन किया कहा कि हमारा देश विभिन्न धर्म को मानने वाला है।