के.डी. मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस-2024 सत्र का शुभारम्भ
मथुरा। चिकित्सक का पेशा चुनौतीपूर्ण होने के बावजूद हमारा समाज उसे सेवाभाव के लिए भगवान तुल्य मानता है लेकिन यह तभी सम्भव है, जब हम एक अच्छे और कुशल चिकित्सक के रूप में पीड़ित मानवता की सेवा करें। जीवन का हर क्षण अमूल्य है। जो छात्र समय के मूल्य को पहचानते हैं वही सफलता के शिखर पर पहुंचते हैं। समय का मूल्य भी अनुशासन में रहकर ही समझ में आता है। यह बातें सोमवार को के.डी. मेडिकल कॉलेज के आडिटोरियम में आयोजित ओरिएंटेशन प्रोग्राम में डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने एमबीबीएस के नवागंतुक छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए बताईं। ओरिएंटेशन प्रोग्राम का शुभारम्भ आर.के. ग्रुप के महाप्रबंधक अरुण अग्रवाल, प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गौरव सिंह, विभागाध्यक्ष (महिला एवं प्रसूति रोग) डॉ. वीपी पांडेय, विभागाध्यक्ष नेत्र रोग डॉ. अमित कुमार जैन, विभागाध्यक्ष पैथालॉजी डॉ. प्रणीता सिंह तथा उप महाप्रबंधक मनोज गुप्ता द्वारा मां सरस्वती वंदना के बीच विद्या की आराध्य देवी को माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर किया गया। प्राचार्य डॉ. अशोका ने अपने सम्बोधन में कहा कि छात्र जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है। अनुशासन में रहकर एक साधारण विद्यार्थी भी सफलता के शिखर पर पहुंच सकता है। डॉ. अशोका ने अपने सम्बोधन में सभी अभिभावकों से आग्रह किया कि यदि वह अपने बच्चे को कुशल चिकित्सक बनाने का सपना देखते हैं तो उनका यह दायित्व है कि उसकी हर गतिविधि पर नजर रखें। डॉ. अशोका ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं तथा अभिभावकों को आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के सभी शैक्षिक संस्थानों के साथ ही के.डी. मेडिकल कॉलेज की उपलब्धियों तथा शैक्षिक और प्रयोगात्मक गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। डॉ. अशोका ने छात्र-छात्राओं को बताया कि आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल को ब्रज क्षेत्र में उच्च शिक्षा का जनक माना जाता है। उनके प्रयासों को ग्रुप के उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल तथा प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल शिद्दत से फलीभूत कर रहे हैं। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं की चिकित्सा की पढ़ाई के लिए के.डी. मेडिकल कॉलेज के चयन के लिए प्रशंसा की। डॉ. अग्रवाल ने विश्वास दिलाया कि यहां हर बच्चे को संस्कार, शिक्षा और बेहतर करियर मिलेगा। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं से पूरे मनोयोग से शिक्षण-प्रशिक्षण हासिल करने का आह्वान किया। श्री अग्रवाल ने कहा कि आप लोग यहां से पढ़कर डॉक्टर नहीं अच्छे डॉक्टर बनकर निकलेंगे यही उम्मीद है। महाप्रबंधक अरुण अग्रवाल ने कहा कि के.डी. मेडिकल कॉलेज सिर्फ शिक्षा का संस्थान ही नहीं बल्कि एक परिवार है जिसमें प्रत्येक बच्चे को शिक्षा और संस्कार दोनों प्रदान किए जाते हैं। यहां प्राध्यापकों द्वारा प्रत्येक छात्र एवं छात्रा को सही मार्गदर्शन देने के साथ उनमें नैतिक एवं भावनात्मक बदलाव लाने के प्रयास किए जाते हैं। श्री अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वह सिर्फ अनुशासन में रहकर पढ़ाई पर ध्यान दें। उप महाप्रबंधक मनोज गुप्ता ने कहा कि के.डी. मेडिकल कॉलेज में प्रत्येक विद्यार्थी को पारिवारिक माहौल मिलता है। श्री गुप्ता ने अभिभावकों और छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेण्टर को अपना परिवार समझें। संस्थान में किसी भी छात्र-छात्रा को कोई परेशानी नहीं होगी। उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गौरव सिंह ने कहा कि के.डी. मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश के निजी चिकित्सा संस्थानों ही नहीं शासकीय चिकित्सा संस्थानों में भी श्रेष्ठतम है। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को अनुशासन और चिकित्सकीय नैतिकता की शपथ दिलाई गई। ओरिएंटेशन प्रोग्राम में अभिभावकों और नवागंतुक छात्र-छात्राओं ने एम.बी.बी.एस. की पढ़ाई के लिए के.डी. मेडिकल कॉलेज के चयन पर अपने-अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में सभी विभागाध्यक्षों डॉ. वी.पी. पांडेय, डॉ. गौरीशंकर गोयल, डॉ. के.पी. दत्ता, डॉ. तेजेन्द्र सिंह, डॉ. अमित रे, डॉ. ए.के. जैन, डॉ. प्रणीता सिंह, डॉ. राहुल गोयल आदि ने अपने-अपने विभागों की उपलब्धियां बताते नवागंतुक छात्र-छात्राओं का अनुशासन में रहते हुए लगन और मेहनत से अपना लक्ष्य हासिल करने का आह्वान किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. अभी भूषण मिश्रा ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें कुशल चिकित्सक बनने की शुभकामनाएं दीं। आभार डॉ. प्रणीता सिंह ने माना।