सारे विश्व में परचम फहरायेंगे संस्कृति विवि के विद्यार्थीः डा. गुप्ता
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में आयोजित विशेष दीक्षांत समारोह में विदेशी विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं। इस मौके पर संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता ने विदेशी विद्यार्थियों को संस्कृति विश्वविद्यालय का ब्रांड एंबेस्डर बताते हुए अपेक्षा की वे अपने विवि का नाम और ख्याति सारे विश्व में प्रसारित करें और अपने लक्ष्य को हासिल करें।
डा. सचिन गुप्ता ने कहा कि विद्यार्थी जिस उर्म के दौर में होते हैं उसमें गल्तियां करने की संभावन सर्वाधिक होती है। विद्यार्थियों को अपनी गल्तियों से सबक लेकर ही अपने में सुधार करना होता है। आपने जिस लक्ष्य के साथ अपनी पढ़ाई पूरी की है उस लक्ष्य के प्रति अपनी गंभीरता कायम रखने की जरूरत है और उस लक्ष्य को हासिल भी करना है। आप में से कुछ नौकरी हासिल करना चाहते हैं और कुछ उद्यमी बनना चाहते होंगे, संस्कृति विवि हमेशा आपके साथ है। आपके शिक्षक और विवि प्रशासन आपके हर कदम पर आपके साथ रहेगा और हर मुकाम पर सहयोग देगा। उन्होंने विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ डिग्री प्रदान की। इस विशेष दीक्षांत समारोह का शुभारंभ राष्ट्रीय गान और मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। समारोह की विशिष्ठ अतिथि हाई कमिश्नर जांबिया टू बोत्सवाना पामेला चिसांगा ने अपने आमंत्रण के लिए संस्कृति विवि को धन्यवाद देते हुए कहा कि मेरे लिए यह कितनी खुशी का मौका है जब में एक अभिभावक के तौर पर इस कार्यक्रम में शामिल हो रही हूं। उन्होंने कहा कि जब विवि की बहुत तारीफ सुनी तो बच्चों का यहां एडमीशन कराया और आज जब बच्चों से यहां के वातावरण से वाकिफ हो गई तो मन और भी गर्व से भर गया। आज यहां इतने देशों के बच्चों को डाक्टरेट और मास्टर डिग्री मिल रही है। डिग्री लेने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा ये विवि में फिर आएंगे और अपने साथ ढेर सारे अन्य विद्यार्थियों को यहां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। इससे पूर्व विश्वविद्यालय के कुलपति डा. एमबी चेट्टी ने अपने स्वागत भाषण में अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता ने इस विशेष दीक्षांत समारोह का आयोजन कराने की प्रेरणा दी और इससे उन सभी विदेशी विद्यार्थियों को जो पढ़ाई पूरी कर अपने देश लौटना चाहते थे, एक बड़ी राहत मिल गई। कुलाधिपति चाहते थे कि विद्यार्थी अपने घर अपनी डिग्री के साथ ही जाएं। विद्यार्थियों के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी थी। कुलपति डा. चेट्टी ने अपने वक्तव्य में जानकारी देते हुए कहा कि विवि लगातार बड़ी तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है, जब आप वापस आएंगे तो यह और सुविधाओं, विशेषताओं के साथ नया रूप हासिल कर चुका होगा। उन्होंने कहा कि आज विवि दुनियाभर की बड़ी-बड़ी संस्थाओं, उद्यमों के साथ हाथ से हाथ मिलाकर नए पाठ्यक्रमों को शुरू कर चुका है। उन्होंने विवि के विद्यार्थियों के देश-विदेश में हो रहे प्लेसमेंट की जानकारी देते हुए बताया कि हमारे यहां के विद्यार्थी बड़ी-बड़ी कंपनियों में रोजगार हासिल करने में कामयाब हो रहे हैं।
विशेष दीक्षांत समारोह के दौरान एक डाक्टरेट, तीन मास्टर, नौ बैचलर और एक डिप्लोमा विद्यार्थी को डिग्री प्रदान की गई। समारोह में संस्कृति विवि की सीईओ मीनाक्षी शर्मा और चीफ कंट्रोलर आफ एक्जाम राजेश टंडन भी मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में संस्कृति स्कूल आफ एजूकेशन की डीन डा. रेनू गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह का संचालन पायल श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में डा. दुर्गेश वाधवा मैडम का विशेष सहयोग रहा। इन विद्यार्थियों को मिली डिग्रियां
बी.फार्मा डिग्री छात्रा वैलेथ एलेक्जेंडर, अक्का या डार्कवा एलिजाबेथ, बी.काम.आनर्स एनगुंजीजू वा कांगुवी, बी.टेक की डिग्री लारेंस एमवाबा चिसांगा, छात्रा शर्जिया हनिफा, एमबीए की डिग्री छात्रा आईरेनी फ्रेंक, मैरीहोम जेम्स, एमएससी बायोटेक की डिग्री हाजविनी मांगांडा तथा छात्रा मामे फोसुआ को पीएचडी प्रदान की गई।