संस्कृति विवि के विद्यार्थियों को न्यू एलनबैली वर्क्स में मिली नौकरी
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को न्यू एलनबैरी वर्क्स कंपनी में नौकरी मिली है। प्रसिद्ध आटोमोबाइल कंपनियों के लिए गेयर और शाफ्ट बनाने वाली कंपनी ने संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को आफर लैटर जारी करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने विद्यार्थियों की इस सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए उनकी मेहनत, पढ़ाई के प्रति गंभीरता और लगन की सराहना की है।
कंपनी द्वारा संस्कृति विश्वविद्यालय में कैंपस प्लेसमेंट के दौरान संस्कृति विवि के विद्यार्थियों का तीन चरणों में योग्यता परीक्षण करने के बाद 18 विद्यार्थियों को न्यू एलन बैरी वर्क्स लि. में काम करने का मौका दिया है। कंपनी के महाप्रबंधक एचआर प्रोडक्शन बीके कुंतिया ने बताया कि “न्यू एलनबेरी वर्क्स” कंपनी एक मजबूत उद्यमशीलता संस्कृति का लाभ उठाते हुए, भविष्योन्मुखी इंजन और ट्रांसमिशन अनुप्रयोगों के लिए ऑटोमोटिव गियर और शाफ्ट बनाती है। सिद्ध क्षमताओं और ठोस संसाधनों के साथ, पिछले 40 वर्षों में, स्वदेशी मांग को पूरा करने की अपनी प्रतिबद्धता पर खरा उतरा है और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा करने के लिए सामने आया है। उन्होंने बताया कि संस्कृति विवि के छात्र-छात्राओं का चयन एक निर्धारित योग्यतापरक चयन प्रक्रिया के तहत हुआ। विवि के विद्यार्थियों ने अपनी योग्यता परिचय देकर इंटरव्यू क्वालीफाई किया है। इन सभी बच्चों को कंपनी ने नौकरी के लिए चुना है। उन्होंने बताया कि संस्कृति विवि के बी.टेक.के छात्र लक्ष्मी नारायन, जयंत जादौन, रंजन कुमार पटेल, नीरज शर्मा, सौरव, विष्णु, मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के छात्र चेतराम, आमिर खान, प्रवीर कुमार, गौरव, प्रथम सिंह, ऋषिराज सिंह, दुष्यंत, जसवीर, सूरज, सौरभ धनगर, सचिन कुमार को कंपनी ने आफर लैटर प्रदान किए हैं। विवि की सीईओ मीनाक्षी शर्मा ने चयनित छात्र-छात्राओं को उनके प्लेसमेंट पर बधाई देते हुए कहा कि अपने ज्ञान और कौशल से नियोक्ता कंपनी के विकास में अपना सारा श्रम समर्पित करें। कंपनी की प्रगति ही आपके यश में वृद्धि करेगी। संस्कृति विश्वविद्यालय की कौशल और नवाचार से ओतप्रोत शिक्षा का ही यह प्रभाव है कि विवि के विद्यार्थियों को नामी-गिरामी कंपनियों द्वारा हाथों-हाथ लिया जा रहा है।