संस्कृति विवि में हुआ 50 से अधिक विद्यालयों के गुरुओं का सम्मान
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में आमंत्रित किए गए विभिन्न विद्यालयों से आए गुरुजनों का सम्मान किया गया। सम्मान समारोह के दौरान वक्ताओं ने उनसे विद्यार्थियों की सोच और उनके ज्ञान को विभिन्न क्षेत्रों में समान रूप से विकसित करने की अपेक्षा की और कहा कि विद्यार्थियों को नई शिक्षा नीति के तहत बताएं कि वे प्रयास करेंगे तो एक अच्छे उद्यमी बनकर रोजगार देने वाले भी बन सकते हैं। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संस्कृति विश्वविद्यालय के डाइरेक्टर जनरल डा. जेपी शर्मा ने उपस्थित शिक्षकों को नई शिक्षा नीति के बारे में और उसके विस्तृत उद्देश्यों के मूल मंत्रों पर बड़े सहज तरीके से समझाया। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत अनेक ऐसे पाठ्यक्रम हैं जो विद्यार्थियों की रुचि के अनुरूप उन्हें व्यवसायी के रूप में खड़ा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम शिक्षकों की जिम्मेदारी बनती है कि हमारे विद्यार्थियों की परंपरागत सोच में परिवर्तन हो और विश्व में क्या परिवर्तन और नए आयाम बन रहे हैं उनको वे जानें। उन्हें हम ही बता सकते हैं कि साइंस पढ़कर सिर्फ नौकरी हासिल करने का उद्देश्य नहीं होना चाहिए, अपना व्यवसाय खड़ा करने के बारे में भी सोचना चाहिए। संस्कृति विवि के वरिष्ठ शिक्षक डा. रजनीश त्यागी ने सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे देश के शिक्षकों ने सारे विश्व को दिशा दिखाई है, लेकिन आज जरूरत हमारे ही विद्यार्थियों को दिशा दिखाने की है। देश का सर्वांगीण विकास करना है जो हमारे विद्यार्थियों द्वारा ही किया जाना है। ऐसी स्थिति में हमारे शिक्षकों की जिम्मेदारी बड़ी है। इस मौके पर समारोह में मौजूद विभिन्न विद्यालयों के प्रतिनिधियों ने भी विद्यार्थियों की सोच में बदलाव के लिए अपने प्रयासों को जारी रखने का संकल्प लिया। संस्कृति विश्वविद्यालय की ओर से विश्वविद्यालय की सीईओ श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने मथुरा जिले और हरियाणा प्रदेश के होडल जिले से आए शिक्षकों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। समारोह के दौरान संस्कृति प्लेसमेंट सेल की वरिष्ठ प्रबंधक सुश्री अनुजा गुप्ता ने पीपीटी के माध्यम से संस्कृति विवि की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। समारोह में 50 से अधिक विद्यालयों के शिक्षक प्रतिनिधियों ने भाग लिया जिनमें रतन लाल फूल कटोरी मथुरा, दिल्ली पब्लिक स्कूल कोसी, श्रीजी बाबा मथुरा, जी माउंट लिट्रा स्कूल आदि सम्मलित रहे। कार्यक्रम का संचालन संस्कृति स्कूल आफ एप्लाइड साइंसेज की शिक्षिका पायल श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम के कुशल आयोजन में संस्कृति एडमीशन सेल के विजय सक्सैना की प्रमुख भूमिका रही।