35.4 C
Mathura
Sunday, June 1, 2025

संघ और समाज भारत को विश्वगुरु बनाएंगे।

संघ और समाज भारत को विश्वगुरु बनाएंगे।

शाजापुर/आत्मगौरव बोध से जागृत समाज ही भारत को पुनः विश्वगुरु के स्थान पर ले जाने में समर्थ है। शक्तिशाली भारत में विश्व का कल्याण निहित है, अत: देशभक्ति, सामाजिक दायित्व बोध, संवेदनशीलता और विश्व कल्याण की भारतीय संस्कृति के बोध जागरण द्वारा प्रत्येक नागरिक को राष्ट्र मंदिर के पुनर्निर्माण में लगना होगा। उक्त विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य सुरेश सोनी ने शाजापुर में आयोजित प्रकट कार्यक्रम में विचार व्यक्त किये।
संघ के मालवा प्रांत के कार्यकर्ता सम्मेलन में आये कार्यकर्ताओं के प्रकट कार्यक्रम में स्वयंसेवकों और समाज जनों को संबोधित करते हुए सोनी ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले पूर्वजों के स्वप्न का स्मरण करते हुए बताया कि स्वतंत्रता का लक्ष्य विश्व का कल्याण और मार्गदर्शन करने वाले भारत का निर्माण करना था। हज़ारों सालों से भारत ने पूरे विश्व को परिवार मानकर प्राणी मात्र के कल्याण का कार्य किया है। आज भी भारत का यही चिंतन व्यवहार में परिलक्षित होता है। कोरोना महामारी के समय दुनिया को वैक्सीन देना हो या संकटग्रस्त देशों को अन्न आदि सहायता में भारत सदैव आगे रहता है। भारत को विश्वगुरु बनाने के लिये प्रत्येक नागरिक की भूमिका है। एक आदर्श नागरिक के निर्माण में परिवार की बड़ी भूमिका है, अत: विभिन्न सामाजिक कर्तव्यों से युक्त नागरिक के निर्माण के लिये हमारी परिवार व्यवस्था को बताना अनिवार्य है।
समाज के विभिन्न वर्गों और समूहों में परस्पर स्नेह भाव के संचार से समरस भारत के निर्माण में प्रत्येक नागरिक की भूमिका है। श्रम का सम्मान और हर कार्य में देवत्व का दर्शन हमारी संस्कृति है।
हमारे प्राचीन दर्शन के अनुरूप मनुष्य सहित सभी जीव-जंतुओं के लिये आवश्यक पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों में प्रत्येक व्यक्ति की भूमिका सुनिश्चित होनी चाहिये। हमारी जीवनशैली और दृष्टि पर्यावरण के संवर्धन वाली होनी चाहिये।
स्वदेशी और स्वावलंबन, सभी के जीवन का मंत्र बने। कारीगरी जीवंत हो, विकसित हो और उसकी गुणवत्ता और ग्राह्यता बढ़े।
हमारे तत्वज्ञान और व्यावहारिक पक्ष के अंतर को पाटने के लिये देश के प्रत्येक व्यक्ति को नागरिक कर्त्तव्य और अनुशासन का पालन करना होगा। समाज की समस्याओं के समाधान का दायित्व किसी एक व्यक्ति या संस्था का ना होकर , प्रत्येक व्यक्ति का संकल्प होना चाहिये। राष्ट्र निर्माण के इस कार्य में संघ पूरे समाज को साथ लेकर कार्य करने का आह्वान करता है।
प्रकट कार्यक्रम में ध्वजारोहण और संघ की प्रार्थना के पश्चात् मालवा प्रांत के विभिन्न स्थानों से आये एक हज़ार से अधिक कार्यकर्ताओं नें घोष के साथ सामूहिक समता और व्यायाम योग का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में मंच पर माननीय क्षेत्र संघचालक अशोक सोहनी, माननीय प्रांत संघचालक कृष्ण शास्त्री एवं माननीय जिला संघचालक हुकुम घनगर भी उपस्थित थे।

Latest Posts

संस्कृति विवि के विद्यार्थियों का प्रसिद्ध कंपनियों में हुआ चयन

संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने हाल ही में अपनी प्रतिभा के दम पर देश और दुनियां की प्रसिद्ध कंपनियों में नौकरियां हासिल की हैं।...

संस्कृति विवि में स्थापित होगी अनरियल लैब और ग्रीन स्टूडियो

Unreal Lab and Green Studio will be established in Sanskriti University अनरियल एज संस्कृति विश्वविद्यालय में चार करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक अनरियल इंजन...

संस्कृति विश्वविद्यालय के 60 विद्यार्थियों को मिली नौकरी

संस्कृति विश्वविद्यालय के 60 विद्यार्थियों का श्रीराम जानकी हॉस्पिटल स्टाफिंग सर्विस कंपनी द्वारा कैंपस प्लेसमेंट किया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों को उनके...

काम को व्यवस्थित और आसान बनाता है डाटा स्ट्रक्चरः सचिन कुमार

Data structure makes work organized and easy: Sachin Kumar मथुरा। सूचना क्रांति के युग में बिना डाटा कोई काम नहीं चल सकता। डाटा संरचना डाटा...

संस्कृति विवि में प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाने के बताए सहज उपाय

Simple ways to increase immunity power told in Sanskriti University मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में "प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाने: समग्र दृष्टिकोण" विषय पर एक सेमिनार का आयोजन...

Related Articles