छात्राएं नौकरी के पीछे भागने की बजाय स्वयं का स्थापित करें उद्यम
राजीव एकेडमी में हुई महिला उद्यमिता पर कार्यशाला
राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के बीबीए विभाग द्वारा सोमवार को महिला उद्यमिता पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता एमजी बेकर्स की फाउण्डर श्रुति द्विवेदी ने बीबीए की छात्राओं को नौकरी के पीछे भागने की बजाय स्वयं का उद्यम स्थापित करने को प्रोत्साहित किया।
श्रुति द्विवेदी ने कार्यशाला में छात्राओं को न केवल उद्यमिता का अर्थ समझाया बल्कि उन्हें इस क्षेत्र में करिअर बनाने का आह्वान किया। उन्होंने छात्राओं को व्यावहारिक धरातल पर एक महिला अपनी पृष्ठभूमि को मजबूत बनाते हुए कैसे अपना उद्यम शुरू कर सकती है और यह उद्यम सफल कैसे हो, इस पर भी विस्तृत जानकारी दी। कार्यशाला में रिसोर्स परसन ने कारपोरेट जगत के ऐसे कई क्षेत्रों की चर्चा की जहां महिला उद्यमियों के लिए बहुत अधिक स्कोप है। उन्होंने कहा कि लड़कियों को पढ़-लिखकर अपना स्वयं का उद्यम खड़ा करना चाहिए। लड़कियां समाज में केवल नौकरी तक ही सीमित न रहें।
श्रुति द्विवेदी ने छात्राओं को स्वयं का उद्यम स्थापित करने के महत्वपूर्ण और आवश्यक टिप्स भी दिए। उन्होंने छात्राओं को सरकार द्वारा महिला उद्यमियों को दी जाने वाली सहूलियतों तथा सब्सिडी की भी जानकारी दी। रिसोर्स परसन ने छात्राओं को प्रोत्साहित करने हुए कहा कि वे आगे आएं और उद्यम लगाते वक्त सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं। उन्होंने सरकार के न्यू स्टार्टअप्स यूपीएस स्कीम और बैंक की फाइनेंशियल स्कीम की जानकारी देते हुए छात्राओं को कुछ महिला उद्यमियों के नाम बताते हुए कहा कि इन्होंने बहुत छोटी आयु में ही अपना उद्यम शुरू किया और आज वे उद्योग जगत की बुलन्दियां छू रही हैं।
इस अवसर पर छात्राओं ने राजीव एकेडमी से प्रबंधन की डिग्री हासिल करने के बाद अपना स्वयं का उद्यम शुरू करने का संकल्प लिया। अंत में बीबीए विभागाध्यक्ष ने मुख्य वक्ता का आभार माना। संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने छात्राओं का आह्वान किया कि वे प्रबंधन की तालीम हासिल करने के बाद स्वयं का उद्यम स्थापित कर रोजगार प्रदाता बनने का संकल्प लें।