क्लिप लगाकर रक्तस्राव को बंद करने में हासिल की सफलता
के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के विशेषज्ञ न्यूरो सर्जन डॉ. अजय प्रजापति और डॉ. अवतार सिंह ने गोवर्धन, मथुरा निवासी राधेश्याम (57) के दिमाग की फटी नस में क्लिप लगाकर उसका रक्तस्राव बंद करने में सफलता हासिल की है। अब मरीज बिल्कुल ठीक है तथा उसे छुट्टी दे दी गई है। डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह की मुश्किल सर्जरी में एक तिहाई लोग ही बच पाते हैं तथा सामान्य जीवन जीते हैं।
ज्ञातव्य है कि गोवर्धन निवासी राधेश्याम क्षयरोग से पीड़ित होने के साथ ही प्रायः सिरदर्द से परेशान रहता था। एक दिन उसे अचानक सिर में असहनीय दर्द हुआ। परिजन उसे के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर लाए तथा विशेषज्ञ न्यूरो सर्जन डॉ. अजय प्रजापति से मिले। डॉ. प्रजापति ने राधेश्याम की सीटी स्कैन कराई जिससे पता चला कि उसके दिमाग में रक्तस्राव हुआ है। रंगीन सीटी स्कैन कराने से ज्ञात हुआ कि उसके दिमाग की धमनी में एक गुब्बारा (एन्युरिज्म) है, जिसका तत्काल ऑपरेशन किया जाना जरूरी है।
परिजनों की सहमति के बाद डॉ. अजय प्रजापति और डॉ. अवतार सिंह के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम ने क्लिप लगाकर राधेश्याम के दिमाग के रक्तस्राव को बंद करने में सफलता हासिल की। ऑपरेशन के अगले ही दिन मरीज को होश आ गया तथा उसने खाना-पीना भी शुरू कर दिया। इस ऑपरेशन में डॉ. अजय प्रजापति और डॉ. अवतार सिंह का सहयोग डॉ. सौरभ वर्मा, डॉ. हैंकी यादव, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. दीपक अग्रवाल, टेक्नीशियन राजबीर, राबिन ने किया।
डॉ. अजय प्रजापति का कहना है कि ऐसे ऑपरेशन में बमुश्किल एक तिहाई मरीज ही बच पाते हैं। ब्रेन स्ट्रोक में एन्युरिज्म फटने पर जितनी देर होती है मरीज की जान को उतना ही खतरा बढ़ जाता है। दरअसल तनाव और उच्च रक्तचाप के कारण ही दिमाग की धमनी छोटे से गुब्बारे की तरह फूल जाती है। लगातार दबाव बने रहने की वजह से वह फट जाती है तथा देर होने पर आंतरिक रक्तस्राव की वजह से मरीज की मौत भी हो सकती है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका, उप-प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार ने राधेश्याम की मुश्किल ब्रेन सर्जरी करने वाले चिकित्सकों की टीम को बधाई देते हुए मरीज के पूर्ण स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।