यूपीएससी को देश की सबसे कठिन परीक्षा में से एक माना जाता है क्यूंकि इस परीक्षा को पास करना आसान नहीं होता और यही कारण है कि जब भी कोई छात्र या छात्रा यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करते है तो उनको बहुत सम्मान दिया जाता है |
यही नहीं बल्कि इस परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले छात्र पूरी तरह से खबरों में भी छाए रहते हैं |
ये छात्र यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करके ना केवल अपना बल्कि अपने परिवार का भी नाम रोशन करते हैं तो चलिए आज हम आपको ऐसे ही एक छात्रा के बारे में बताने वाले हैं, जिन्होंने यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास करके इतिहास रच दिया है |
आपकी बात दरअसल आपको बता दिया की उस छात्रा का नाम प्रज्ञा जाट है | वह देश के शहर बीकानेर के एक छोटे से गांव की रहने वाली है | उन्होंने इस छोटे से गांव में रहकर यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा में सफलता हासिल की है |
आपको बता दें कि प्रज्ञा ने अपनी प्राथमिक शिक्षा बीकानेर में ही हासिल की और जिसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली में स्थित दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला करवा लिया | यहाँ से उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की |
इसके अलावा आपको यह भी बता दें कि हमारे देश में कई छात्र ऐसे होते हैं, जो इंटरमीडिएट की परीक्षा देने के बाद इंजीनियरिंग या फिर डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं लेकिन प्रज्ञा ने कभी इंजीनियरिंग या डॉक्टर बनने का सपना नहीं देखा, उन्होंने सिर्फ शुरू से ही सिविल सर्विस की परीक्षा में सफलता हासिल करने के बारे में सोचा और यही कारण है कि उन्होंने यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास कर लिया है |
इतना ही नहीं यह भी बता दें कि उन्होंने ना केवल यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है, बल्कि उन्होंने 91वां रैंक लाकर अपने परिवार का नाम रोशन किया है |
उन्होंने यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद एक चैनल दिए एक इंटरव्यू में बताती हैं कि, उन्होंने किसी भी परिस्थिति में हिम्मत नहीं हारी, यही नहीं बल्कि उन्होंने सिविल सर्विस के परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को एक बात समझाते हुए कहा है की वह किसी भी बुरी परिस्थिति में अगर आ जाए तो हिम्मत ना हारे |
क्यूंकि उन्होंने भी दो बार प्रीलिम्स क्लियर कर लिया था, लेकिन फिर भी वह आगे नहीं बढ़ पाई थी, लेकिन तीसरे प्रयास में उन्होंने इतिहास रच दिया |