अध्यात्म ज्ञान एवं चिंतन संस्थान द्वारा मासिक ब्रह्मज्ञान विचार गोष्ठी का किया गया आयोजन
मुरादाबाद में रामगंगा विहार क्षेत्र के एमआईटी सभागार में अध्यात्म ज्ञान एवं चिन्तन संस्था की 176 वीं मासिक ब्रह्मज्ञान विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका विमाय था-चर्चा “हमारा देश-दशा-दिशा और आवश्यकता” इस दौरान एडवोकेट सुधीर गुप्ता ने बताया कि यदि भारतीय सभ्यता विश्व की प्राचीनतम जीवित सभ्यता है लेकिन पिछले 1000 वर्षों से अन्य सभ्यताओं एवं संस्कृतियों के अनुयाइयों द्वारा लगातार हमारी सभ्यता को नष्ट करने का प्रयास किया जाता रहा है। हाल के कुछ वर्षों में यह प्रयास बहुत अधिक होने लगा है और कुछ स्वार्थी और मौका परस्त लोगों के कारण हमारे देश में निरन्तर विघटन और गिरावट हो रही है जिससे हमारे देश और समाज का पतन हो रहा है। ऐसी हालत होने पर- हो सकता है कि हम फिर से दुष्ट, उपद्रवी, देशद्रोही व्यक्तियों के गुलाम हो जाएं। इससे बचने के लिए हमें संगठित होकर कार्य करने की आवश्यकता है। इस विचार गोष्ठी में कई विद्वानों ने अपने विचार रखे