अनुशासन सफल जीवन की नींव है
अणुव्रत समिति बालोतरा द्वारा अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के तहत आज छठा दिवस अनुशासन दिवस के रूप में मनाया गया। अणुव्रत समिति के मंत्री महेन्द्र मेहता ने बताया कि आज अनुशासन दिवस का कार्यक्रम वर्द्धमान सीनियर सेकंडरी विद्यालय में मनाया गया। इस अवसर पर मुनिश्री सुमति कुमार ने विद्यार्थियों को प्रेरणा देते हुए फरमाया कि विद्यार्थी जीवन अनुशासनमय होना चाहिए। यदि हमें जीवन में सफल बनना है उसके लिए अनुशासन नीव का कार्य करता है। आचार्य तुलसी का एक महत्वपूर्ण सुत्र था निज पर शासन फिर अनुशासन। विद्यार्थी जीवन कोरे कागज के समान होता है हमे उसे अच्छे संस्कारों से सुसज्जित करना है । हमारे भीतर सद्गुणों का विकास हो इसका हमेशा प्रयास रहे। हमारी सोच सदैव सकारात्मक हो । हमें सदैव गुस्से को नियंत्रित करने का प्रयास करना चाहिए और हमारी वाणी मधुर बने। मुनिश्री ने न्यू तेरापंथ भवन में भी अनुशासनमय जीवन जीने की प्रेरणा प्रदान की। अणुविभा के राष्ट्रीय सहमंत्री ओमप्रकाश जी बांठिया ने भी विद्यार्थीयों को नशे से दूर रहने और बुरी संगतों से बचने की प्रेरणा दी। विद्यालय प्रिंसिपल पूनमचंद सुथार ने मुनिश्री के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि मुनिश्री की पावन प्रेरणा से विद्यार्थियों में अच्छे संस्कारों का निर्माण होगा और अणुव्रत समिति को ऐसे कार्यक्रमों की आयोजना के लिये आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन नवीन सालेचा ने किया। इस अवसर पर अणुव्रत समिति के अध्यक्ष अशोक सालेचा, निवर्तमान अध्यक्ष जवेरीलाल सालेचा, उपाध्यक्ष सुरेश गोठी, प्रचार मंत्री पवन बालड़, तेयुप अध्यक्ष रोशन बागरेचा, और विद्यालय के ट्रस्टीगण और अध्यापक भी उपस्थित हुए।