जी.एल. बजाज के छात्र-छात्राओं को बताए आत्मरक्षा के उपाय
इजराइली मार्शल आर्ट्स के योद्धा शाली इट्टमन ने आग से बचाव की जानकारी दी
मथुर अभी न्यूज़ ( गौरव चतुर्वेदी ) छात्र-छात्राएं खुद को असहाय या कमजोर न समझें। स्वयं आत्मरक्षा के गुर सीखकर और थोड़ी सावधानी बरत कर वे अपने आपको सुरक्षित रख सकते हैं। यदि कोई हमला कर रहा है तो सबसे पहले शोर मचाएं। जितनी तेज हो सके चिल्लाएं, इससे सामने वाले का हौसला टूटेगा और आसपास के लोग भी मदद को आ जाएंगे। यह जानकारी जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस में मंगलवार को आत्मरक्षा के उपाय विषय पर आयोजित कार्यशाला में इजराइली मार्शल आर्ट्स के योद्धा शाली इट्टमन ने छात्र-छात्राओं को दी।
जी.एल. बजाज संस्थान में इन दिनों नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं का इंडक्शन कार्यक्रम चल रहा है। इसी कड़ी में छात्र-छात्राओं के लिए आत्मरक्षा के उपायों पर आधारित कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में शाली इट्टमन ने कहा कि मौजूदा समय में बढ़ रहे अपराधों को थोड़ी सी सजगता और आत्मरक्षा के उपायों की जानकारी हासिल कर कम किया जा सकता है। श्री इट्टमन ने कहा कि यदि कोई गम्भीर स्थिति आती है तो सबसे पहले अपने दिमाग को संतुलित रखें तथा घबराएं नहीं क्योंकि घबराने से सामने वाले का मनोबल बढ़ेगा और वह हावी हो जाएगा। बेहतर होगा सेल्फ डिफेन्स के लिये जो भी वस्तु हाथ में है उससे हमला करें। यह न सोचें कि उससे सामने वाले का सिर फटेगा या और कोई चोट आएगी। अपने बचाव में की गयी कोई कार्रवाई अपराध की श्रेणी में नहीं आती।
कार्यशाला में शाली इट्टमन ने छात्र-छात्राओं को आत्मरक्षा के उपाय बताने के साथ ही किसी भवन में यदि आग लग जाए तो क्या करना चाहिए, यदि लोग आग की चपेट में आ गए हैं तो उन्हें कैसे बाहर निकाला जाए तथा घायल व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर कैसे पहुंचाया जाए आदि की भी विस्तार से जानकारी दी। छात्र-छात्राओं ने कार्यशाला में जो कुछ सीखा उसे अमल में लाने का भी संकल्प लिया। अंत में संस्थान की निदेशक प्रो. (डॉ.) नीता अवस्थी ने शाली इट्टमन का छात्र-छात्राओं को बेशकीमती समय देने के लिए आभार माना।